इंदौर। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर की पुलिस ने एक बड़े नकबजनी गिरोह का खुलासा किया है। पकड़े गए चार आरोपियों के पास से लगभग 1.25 करोड़ के सोने-चांदी के जेवरात मिले हैं। वहीं, उनका एक साथी फरार है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इंदौर जोन-एक तेजाजी नगर सहित कई अन्य इलाकों में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही थीं। पुलिस इस तरह की चोरी की वारदातों में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए लंबे अरसे से रणनीति पर काम कर रही थी।
पुलिस को मिली सफलता का ब्योरा देते हुए डीसीपी विनोद मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने इन चोरी की वारदातों में शामिल आरोपियों को पकड़ा तो बड़े खुलासे हुए।
बताया गया कि नकबजनी की वारदात करने वाले बाकां टांडा के शातिर नकबजनी गैंग के सदस्य बड़े शातिर होते हैं। इस गिरोह के सदस्य विभिन्न इलाकों में अपना अभियान चलाते थे और जो भी सुनसान मकान या कम सदस्यों वाले आवास नजर आते, तो उन्हें अपना निशाना बनाते।
डीसीपी मीणा ने बताया कि आरोपियों ने चोरी के माल को विभिन्न स्थानों पर बेचे जाने की बात कही, तो पुलिस ने कई कारोबारियों से संपर्क किया और लगभग 1.25 करोड़ के सोने और चांदी के जेवरात बरामद किए। यह अंतरराज्यीय गिरोह है और इसमें अलग-अलग इलाकों के सदस्य शामिल है।
बताया गया है कि ये शातिर बदमाश बंद पड़े मकान के तालों को तोड़कर अपनी साजिश को अंजाम देते थे। इस गिरोह के पास से पुलिस ने वारदात को अंजाम देने में प्रयोग में लाए जाने वाले औजार कटर, फालिया, टॉमी आदि को बरामद किया है।
पुलिस ने 1.60 किलो सोने के जेवरात और 6.24 किलो चांदी के जेवरात बरामद किए, जिसकी कीमत करीबन 1.23 करोड़ है। इसके अलावा 3 लाख रुपए और दो पहिया वाहन भी बरामद किए गए हैं।