नई दिल्ली। मॉरीशस के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने भी काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया।
मॉरीशस से आए एक प्रतिनिधि ने कहा, “यह एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला क्षण था और हम बहुत उत्साहित हैं।”
इससे पहले गुरुवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में गंगा आरती देखी थी। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि पवित्र गंगा के साथ पवित्र जुड़ाव का अनुभव करें। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में गंगा आरती देखी। यह आध्यात्मिक अनुभव आस्था और परंपरा के उस शाश्वत बंधन का प्रतीक है, जो भारत और मॉरीशस को जोड़ता है। साथ ही, उन्होंने नवीनचंद्र रामगुलाम की तस्वीरें शेयर कीं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम भारत की 8 दिवसीय (9 से 16 सितंबर तक) यात्रा पर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-धारा में रच-बस गए। काशी में मां गंगा के अविरल प्रवाह की तरह भारतीय संस्कृति का सतत प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है।
उन्होंने कहा, “जब हम मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत काशी में कर रहे हैं, यह सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि एक आत्मिक मिलन है। मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर नहीं, बल्कि एक परिवार हैं।”
इससे पहले, मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की।