नई दिल्ली। अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने मौजूदा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक बार फिर से चुने जाने की खबरों के बीच सवाल खड़ा किया है। इन देशों ने रूसी राष्ट्रपति चुनाव में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है।
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया मेें निष्पक्षता व स्वतंत्रता का अभाव है। पुतिन ने अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया है और कई को चुनाव लड़ने से रोका है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ब्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने भी अपने रूसी समकक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पुतिन सत्ता में बने रहने के लिए सब कुछ कर रहे हैं।
एक बयान में, ब्रिटेन के विदेश विभाग ने यूक्रेनी क्षेत्र में अवैध रूप से चुनाव कराने के लिए रूस की आलोचना की। बयान में कहा गया कि इससे यह प्रतीत होता है कि शांति का रास्ता खोजने में रूस की दिलचस्पी नहीं है।
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पुतिन का शासन सेंसरशिप, दमन और हिंसा पर निर्भर है।
पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने भी रूस में हुए चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है।
पोलिश विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,”रूस में दमन के जिन हालात में मतदान हुआ, उसमें स्वतंत्र, लोकतांत्रिक विकल्प चुनना असंभव था।”