थाईलैंड : राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने अनुतिन को नियुक्त किया नया प्रधानमंत्री

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नई दिल्ली। थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने रविवार को अनुतिन चार्नविराकुल को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के महासचिव अर्पथ सुखानुंथ ने इसकी घोषणा की।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, भूमजैथाई पार्टी के मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में अर्पथ सुखानुंथ ने अनुतिन चार्नविराकुल को प्रधानमंत्री नियुक्त करने वाले राजसी आदेश को पढ़कर सुनाया।

इस राजसी आदेश के बाद कैबिनेट गठन और संसद को नीति भाषण देने का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जो नई सरकार के आधिकारिक रूप से पदभार संभालने के लिए आवश्यक औपचारिकता है।

विपक्षी भूमजैथाई पार्टी के नेता अनुतिन चार्नविराकुल को शुक्रवार को संसदीय मतदान में बहुमत प्राप्त होने के बाद थाईलैंड का नया प्रधानमंत्री चुना गया था।

अनुतिन ने सत्तारूढ़ फेउ थाई पार्टी के उम्मीदवार चैकासेम नितिसिरी को हराकर यह जीत हासिल की। यह चुनाव पिछले सप्ताह अदालत के फैसले के बाद हुआ, जिसमें पेटोंगटर्न शिनावत्र को नैतिकता के उल्लंघन के मामले के बाद प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

एक घंटे के रोल कॉल मतदान के बाद हाउस स्पीकर के दूसरे उपाध्यक्ष चालद खामचुआंग ने घोषणा की है कि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में मौजूद 490 सदस्यों में से अनुतिन को 311 वोट मिले, जो अनुमोदन के लिए आवश्यक साधारण बहुमत से अधिक थे।

संसदीय सत्र के बाद अपने भाषण में अनुतिन ने थाई नागरिकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, मैं सभी दलों के साथ मिलकर लोगों के हित के लिए काम करने की आशा करता हूं, ताकि देश को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके और अतीत के खोए हुए अवसरों को कम किया जा सके।

उन्होंने कहा कि उनकी नई सरकार कानून प्रवर्तन को कड़ाई से लागू करेगी और सत्ता के दुरुपयोग का मुकाबला करेगी।

58 वर्षीय पूर्व निर्माण उद्योगपति अनुतिन को 2012 में भूमजैथाई पार्टी का नेता नियुक्त किया गया था। उसके बाद से वे कई प्रशासनों में उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं और आंतरिक मामलों तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालयों के पोर्टफोलियो संभाले हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में सत्तारूढ़ फ्यू थाई सरकार के निचले सदन को भंग करने के प्रयास को कानूनी आधार पर अस्वीकार कर दिया गया था। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कार्यवाहक सरकार को इस तरह का कदम उठाने का अधिकार नहीं था। इससे शुक्रवार के प्रधानमंत्री चुनाव का रास्ता साफ हो गया।

देश की मुख्य विपक्षी पार्टी, पीपुल्स पार्टी (जो निचले सदन की लगभग एक तिहाई सीटों पर नियंत्रण रखती है), ने बुधवार को अनुतिन को नई सरकार गठन के लिए समर्थन की घोषणा की। यह समर्थन इस शर्त पर दिया गया कि चार महीने के भीतर नए चुनावों के लिए संसद को भंग कर दिया जाए।

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