भोपाल में हिंदू युवतियों को टारगेट करने की साजिश, मंत्री विश्वास सारंग बोले- दोषियों को सख्त सजा मिलेगी

Vishwas

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया है। संवेदनशील मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने तत्परता से कार्रवाई शुरू कर दी है। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि उनकी सरकार लव जिहाद के किसी भी मामले को हल्के में नहीं लेगी।

आरोप है कि धर्म विशेष के कुछ युवकों ने अपनी बातों के जाल में फंसा कर कुछ हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया। इतना ही नहीं इन पीड़ितों के जरिए और लड़कियों को फंसाने का काम किया।

मंत्री विश्वास सारंग ने इस घटना को लेकर शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ” सरकार के संज्ञान में इस मामले के आते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है जो इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी। यह एक बहुत ही गंभीर मामला है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ऐसा लगता है कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है और इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि इस मामले को ध्यान में रखते हुए एसआईटी का गठन किया गया है, जो हर पहलू से जांच करेगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। लव जिहाद जैसा मामला मध्य प्रदेश में बर्दाशत नहीं किया जाएगा।

मंत्री सारंग ने आगे कहा, ” जिन बेटियों के साथ यह अमानवीय कृत्य हुआ है, उनकी पहचान को गोपनीय रखा जाएगा और पूरी संवेदनशीलता के साथ जांच आगे बढ़ाई जाएगी। राज्य सरकार इस प्रकार की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और ‘लव जिहाद’ जैसे मामलों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसआईटी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जांच निष्पक्ष और गहन होनी चाहिए, यदि इस मामले से जुड़े और लोग सामने आते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाएगी।”

इस मामले में डीसीपी (जोन 2) संजय अग्रवाल ने पूरे केस के बारे में बताया। उन्होंने कहा, पीड़िताओं की रिपोर्ट में संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है। एसआईटी गठित की गई है। मुख्य आरोपी को बागसेवानिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों को भी अलग-अलग थानों में गिरफ्तार कर लिया गया है। कुछ आरोपी फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

अग्रवाल के मुताबिक जो कंटेंट उनके पास मिले हैं उस आधार पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लगाया गया है। सभी आरोपियों के मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *