नई दिल्ली। कजाकिस्तान के अल्माटी में वाईटीओ लॉजिस्टिक्स सॉर्टिंग सेंटर में कन्वेयर बेल्ट तेज़ गति से चलते हैं।
हर दिन, चीन से 30,000 से ज़्यादा क्रॉस-बॉर्डर पार्सल कस्टम्स घोषणा, ट्रांस-शिपमेंट, सॉर्टिंग आदि प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला को पूरा करते हैं और स्थानीय उपभोक्ताओं तक पहुंचाए जाते हैं। पहले, चीन से पार्सल डिलीवर होने में एक महीने या उससे भी ज़्यादा समय लगता था, लेकिन अब कुछ क्रॉस-बॉर्डर ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म इस समय को 10 दिनों के भीतर कम कर सकते हैं।
कजाकिस्तान के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि साल 2024 में ई-कॉमर्स खुदरा बिक्री देश की कुल खुदरा बिक्री का 14.1% थी, जबकि पांच साल पहले यह अनुपात 2% से भी कम था।
साल 2024 में, चीन और पांच मध्य एशियाई देशों के बीच व्यापार पैमाना 94.8 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया और सीमा पार ई-कॉमर्स फलफूल रहा है। चीन का विशाल उपभोक्ता बाज़ार मध्य एशिया के लिए लगातार आकर्षक होता जा रहा है। कजाकिस्तान के ऊंट के दूध का पाउडर, किर्गीस्तान का शहद, ताजिकिस्तान के सूखे मेवे, उज्बेकिस्तान की चेरी और तुर्कमेनिस्तान के कपास उत्पाद जैसे विशेष उत्पाद चीन में बहुत लोकप्रिय हैं।
वीजा छूट समझौते जैसी विभिन्न अनुकूल नीतियों के कारण चीन और पांच मध्य एशियाई देशों के बीच पर्यटन आदान-प्रदान भी तेजी से बढ़ रहा है। चीन के ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म सीट्रिप के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि इस साल की शुरुआत से, मध्य एशियाई पर्यटकों से चीन में आने वाले टूर ऑर्डर की संख्या में साल-दर-साल 106% की वृद्धि हुई है और मध्य एशिया में चीनी पर्यटकों के ऑर्डर की संख्या में साल-दर-साल 74% की वृद्धि हुई है।
उधर, मध्य एशियाई देशों के युवाओं के बीच चीनी भाषा और तकनीक जानना एक नया “फैशन” बन गया है। साल 2024 तक, चीन मध्य एशिया में 13 कन्फ्यूशियस संस्थान खोल चुका है। चीन और मध्य एशियाई देशों ने एक-दूसरे के देशों में सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किए हैं। सीमा पार ई-कॉमर्स और ऑनलाइन शिक्षा के विकास ने मध्य एशिया के युवाओं के लिए रोजगार के कई नए अवसर प्रदान किए हैं।