राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर में गुरुवार सुबह नेशनल हाईवे पर एक भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सुबह करीब 8 से 9 बजे के बीच हुआ, जब एक एक्सयूवी 500 कार हाईवे पर डिवाइडर से टकरा गई।
मृतकों में दो बच्चे और दो वयस्क शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, हादसे का कारण ड्राइवर को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कार सवार सभी लोग उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के दुबेपुरवा भवानीपुर मोजा से अयोध्या होते हुए सूरत जा रहे थे। कार में कुल नौ लोग सवार थे। पचोर के नेशनल हाईवे पर ड्राइवर को झपकी आने के कारण वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोगों ने शाजापुर जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। पांच घायल लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है।
हादसे के तुरंत बाद अहमदाबाद की ओर जा रहे एक एम्बुलेंस चालक यग्नेश भाई रावल ने कार से धुआं उठता देखा।
उन्होंने तत्परता दिखाते हुए आसपास के ट्रक चालकों की मदद से कार का दरवाजा तोड़ा और घायलों को बाहर निकाला। इस दौरान पचोर पुलिस भी एम्बुलेंस के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर घायलों को तुरंत पचोर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद राजगढ़ और शाजापुर जिला अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। दो घायलों का इलाज सारंगपुर अस्पताल में चल रहा है, जबकि दो महिलाओं और दो बच्चों का पोस्टमॉर्टम शाजापुर और सारंगपुर अस्पतालों में किया जा रहा है।
हादसे में मौजूद एक परिजन, आयुष दुबे, ने बताया कि वे लोग बुधवार शाम को दो कारों में सूरत के लिए रवाना हुए थे। हादसे के एक घंटे पहले ड्राइवर ने नींद की झपकी की शिकायत की थी। इसके बाद सभी ने एक ढाबे पर रुककर चाय पी और कुछ देर आराम किया। इसके बावजूद पचोर पहुंचते ही ड्राइवर को फिर से झपकी आ गई, जिससे यह दुखद हादसा हो गया। आयुष के पिता, भोलेनाथ दुबे, उस समय दूसरी कार में थे।
पचोर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए कार की तकनीकी जांच और चश्मदीदों के बयान दर्ज कर रही है। घायलों का इलाज जारी है, और उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।