भोपाल। ‘महिलाओं के सम्मान में, कांग्रेस मैदान में’ मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष विभा पटेल की अगुवाई में सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने इंदौर में आर्मी अफसर की महिला दोस्त के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में मार्च निकालकर मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा।
महिला कार्यकर्ताओं ने कहा मध्य प्रदेश में बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार में महिलाओं की आबरू महफूज नहीं है। दिनदहाड़े महिलाओं साथ दुर्व्यवहार हो रहे हैं और सरकार ने चुप्पी अख्तियार कर रखी है। ऐसी सूरत में यह मुनासिब होगा कि मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दें। उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक हक नहीं है। उनके नेतृत्व में महिलाओं की जीना दूभर हो चुका है।
इंदौर प्रकरण पर रोष व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा, “सैन्य अधिकारी के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद स्पष्ट हो चुका है कि मध्य प्रदेश में महिलाओं की आबरू महफूज नहीं है। आज महिला अत्याचार पर मध्य प्रदेश नंबर एक पर है। कुछ दिन पहले उज्जैन में एक शर्मनाक घटना सामने आई थी। इससे पहले, सागर सहित ग्वालियर में भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में हमारा सवाल है कि आखिर मध्य प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित क्यों नहीं हैं? आखिर क्यों लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं? मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग है। ऐसे में उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए। राज्यपाल को हमने इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है। उन्हें इसका संज्ञान लेना चाहिए और मुख्यमंत्री को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। आखिर कब तक ऐसे मामले सामने आते रहेंगे?”
गौरतलब है कि इंदौर से 50 किलोमीटर दूर जामगेट से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां सैन्य अधिकारी और उनकी महिला मित्र पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। महिला मित्र के साथ दुष्कर्म जैसी वारदात को भी अंजाम दिया गया। हमलावरों ने अधिकारी का अपहरण कर लिया और उन्हें छोड़ने के एवज में 10 लाख रुपए की मांग।