मुंबई। रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर दिखा। गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में पीएसयू बैंक सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई। निफ्टी पीएसयू बैंक में 4 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
शुरुआती कारोबार में सुबह 9:43 बजे सेंसेक्स 610.10 अंक या 0.79 प्रतिशत की गिरावट के बाद 76,968.28 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी 209.65 अंक या 0.89 प्रतिशत की गिरावट के बाद 23,308.85 पर कारोबार कर रहा था।
बाजार का रुख नकारात्मक रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 445 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1560 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। निफ्टी बैंक 397.10 अंक या 0.78 प्रतिशत की गिरावट के बाद 50,299.40 पर था।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 170.40 अंक या 0.31 प्रतिशत की गिरावट के बाद 54,377.85 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स 94.50 अंक या 0.53 प्रतिशत की गिरावट के बाद 17,582.85 पर था। सेंसेक्स पैक में एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, आईटीसी, टाटा मोटर्स, एलएंडटी और नेस्ले इंडिया टॉप लूजर्स रहे। वहीं, इंफोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा टॉप गेनर्स रहे।
जानकारों का कहना है कि यूक्रेन-रूस के बीच जारी जंग के हालात और बदतर हो रहे हैं और ये बाजार को प्रभावित कर सकता है। “यूक्रेन-रूस के बीच बढ़ते तनाव से बाजारों पर असर पड़ सकता है। तनाव बढ़ने से अनिश्चितता बढ़ गई है नतीजतन अधिकांश मार्केट पार्टिसिपेंट्स स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, हालांकि, बाजार तेजी से गिरेगा इसकी संभावना कम है।”
एशियाई बाजारों की बात करें तो जकार्ता और सोल को छोड़कर शंघाई, टोक्यो, बैंकॉक और हांगकांग के बाजार लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन हरे निशान पर बंद हुए थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 19 नवंबर को 3,411 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,783 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।