मुंबई। टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड के बोर्ड ने एन गणपति सुब्रमण्यम को टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड के निदेशक मंडल के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे दी।
सुब्रमण्यम 2 दिसंबर, 2021 को टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल हुए थे।
वे 40 से अधिक वर्षों से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएस) और भारतीय आईटी इंडस्ट्री का हिस्सा रहे हैं।
उन्होंने मई 2024 में टीसीएस के मुख्य परिचालन अधिकारी और कार्यकारी निदेशक के पद से इस्तीफा दिया।
टाटा कम्युनिकेशंस ने घोषणा की कि कंपनी के निदेशक मंडल ने नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश के आधार पर, 14 मार्च, 2025 से कंपनी के निदेशक मंडल के अध्यक्ष के रूप में एन. गणपति सुब्रमण्यम को गैर-कार्यकारी, गैर-स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, उन्होंने बैंकिंग, टेलीकॉम और पब्लिक सर्विस में वैश्विक स्तर पर टीसीएस द्वारा शुरू की गई कई ऐतिहासिक पहलों में रणनीतिक भूमिका निभाई है।
कंपनी के बयान के अनुसार, उन्हें टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, बिजनेस ट्रांसफोर्मेशन और चेंज मैनेजमेंट को लेकर गहरी समझ और ज्ञान है।
वर्तमान में, एन. गणपति सुब्रमण्यम टाटा एलेक्सी लिमिटेड में बोर्ड के अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक, तेजस नेटवर्क लिमिटेड में बोर्ड के अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक, भारत 6 जी एलायंस की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष के पद भी संभाल रहे हैं।
इसके अलावा, वे श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में इंस्टीट्यूट बॉडी के सदस्य हैं और द सोसाइटी फॉर द रिहैबिलिटेशन ऑफ क्रिपल्ड चिल्ड्रन, मुंबई में कार्यकारी समिति के अध्यक्ष हैं।
टाटा कम्युनिकेशंस ने दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए 236 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 424 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्शाता है।
पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 45 करोड़ रुपये था।
एक नियामक फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि परिचालन से उसका राजस्व दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में 5,798 करोड़ रुपये रहा, जो कि सालाना आधार पर 3.8 प्रतिशत की वृद्धि थी। 2023-24 की समान अवधि में परिचालन से कंपनी का राजस्व 5,587.78 करोड़ रुपये था।
टाटा कम्युनिकेशंस के शुद्ध लाभ में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इससे पिछली तिमाही की तुलना में 4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो जुलाई-सितंबर तिमाही में 227 करोड़ रुपये थी।
राजस्व में भी चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।