भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने किसानों को फसल का उचित मुआवजा न मिलने पर हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन कर गए। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस लगातार आक्रामक है और सरकार पर हमलावर है। इतना ही नहीं, जब भी मौका मिल रहा है, कांग्रेसी विधायक विधानसभा के अंदर और बाहर हंगामा करने से नहीं चूक रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को खाद और खराब हुई फसल के मुआवजे का मुद्दा उठाया। इस पर मंत्री की ओर से जो जवाब आया उससे कांग्रेस विधायक असंतुष्ट रहे, परिणामस्वरूप कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करते हुए विधानसभा से बहिर्गमन कर दिया। कांग्रेस के विधायकों ने सदन से बाहर निकालने के बाद विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि सरकार न तो किसानों को मुआवजा दे पा रही है और न ही किसानों को खाद मिल रही है। लगातार राज्य सरकार गलत जानकारी दे रही है। किसान परेशान हैं और उन्हें अपनी मेहनत का वाजिब हक नहीं मिल पा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि किसान सड़क पर हैं, तो वहीं मुख्यमंत्री किसानों को राहत देने के आंकड़े बता रहे हैं जो सच्चाई से काफी दूर हैं। यह न तो किसानों का कर्ज माफ कर पाए और न ही किसानों को दूसरे तरह की मदद कर पाए।
श्योपुर जिले से कांग्रेस के विधायक जंडेल सिंह ने किसानों के मुआवजे का मुद्दा उठाया था। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री ने सदन में जो जानकारी दी है वह गलत है, क्योंकि किसानों के खाते में एक रुपया भी नहीं गया है। कांग्रेस लगातार सरकार पर हमले कर रही है और विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले हर रोज अनोखे तरह का प्रदर्शन कर रही है।
कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को भी राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। दरअसल, वर्तमान में राज्य में किसानों की खराब हुई फसल के मुआवजे और खाद का मुद्दा छाया हुआ है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि किसानों को खाद नहीं मिल रही है और रात-रात भर लाइन में लगे रहना पड़ता है, जबकि सरकार का दावा है कि राज्य में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जा रही है।

