नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर में सोमवार को शिया समुदाय के हजारों लोगों ने 8वें मुहर्रम का जुलूस निकाला।अधिकारियों ने आयोजकों से शांतिपूर्ण एवं अनुशासित मुहर्रम जुलूस का आश्वासन लेकर कार्यक्रम की अनुमति दे दी थी। मुहर्रम का जुलूस गुरु बाजार से शुरू होकर श्रीनगर शहर के डलगेट क्षेत्र में समाप्त हुआ।
जुलूस इराक के कर्बला के रेगिस्तान में यजीद की सेना के हाथों पैगंबर के नवासे इमाम हुसैन, उनके परिवार और समर्थकों की शहादत की याद में निकाला जाता है।
कश्मीर जोन के आईजीपी वीके बिरदी और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने मुहर्रम जुलूस की निगरानी की। आईजीपी ने गम मनाने शिया समुदाय के लोगों पानी और ठंडा पेय भी पिलाया।
इस्लाम के समर्थन में नारे लगाते हुए और इमाम हुसैन की शहादत को याद कर गम मनाने वालों ने पूरे जुलूस के दौरान जिम्मेदारी निभाई और असामाजिक तत्वों को सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने का कोई मौका नहीं दिया।
स्थानीय समाज के सभी वर्गों ने श्रीनगर में 8वें मुहर्रम जुलूस की इजाजत देने के प्रशासन के फैसले की सराहना की है। जम्मू-कश्मीर में सशस्त्र हिंसा शुरू होने के 30 साल से अधिक समय बाद पिछले साल भी जुलूस को इजाजत दी गई थी।